सुमित चौधरी की ओर से समस्त क्षेत्रवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं
प्रधान कोमल देवी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भैयादूज की हार्दिक शुभकामनाएं
K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
श्री बालाजी पेट्रोल पंप की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है
युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
यशपाल नेगी व खेमलता नेगी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
दिल्ली के महरौली इलाके से बड़ी खबर सामने आ रही है. महरौली में 700 साल पुरानी अखुजी मस्जिद को जमींदोज़ कर दिया गया है. साथ ही मदरसे पर भी बुलडोज़र कार्रवाई की गई है. DDA और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने मिलकर ये कार्रवाई की है. सुबह महरौली इलाके की गलियों में अचानक बड़ी तादाद में दिल्ली पुलिस की तैनाती की गई. जहां संजय वन जो कि कई एकड़ में फैला हुआ है, वहां पर मजहबी जगहों को दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा तोड़ा गया. संजय वन के इलाके में कई मजार और दरगाह पहले से बने हुए हैं.
30 जनवरी को DDA ने जो डिमोलिशन मुहिम चलाई, उसमें संजय वन के दिल्ली विकास प्राधिकरण की जमीन पर बना मंदिर, दरगाह, कब्रिस्तान को पूरी तरह तोड़ दिया गया. बता दें कि, कुतुबुद्दीन अल्तमश के दौर की मस्जिद है, जिसको जिन्नातों वाली मस्जिद भी कहा जाता है. वहीं इस कार्रवाई की जद में यहां पर लंबे वक्त से चल रहा मदरसा भी आया है. बताया जा रहा है कि सुबह तड़के 4:00 बजे बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हुई थी. ख़बर आने के बाद से किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई. यहां तक कि मीडिया को भी 1 किलोमीटर दूर ही रोक दिया गया. इलाके में किसी तरह का आपसी माहौल खराब न हो, इसीलिए दिल्ली पुलिस ने मंगल की सुबह ही बड़ी तादाद में पहुंचकर धार्मिक स्थलों का डिमोलिशन किया
इस एक्शन के बाद लोगों का कहना है कि, यहां की दरगाह काफी पुरानी है और मंदिर भी दशकों पुराना है. जिससे ध्वस्तीकरण की इस कार्रवाई से हिंदू और मुस्लिम दोनों मजहब के लोगों की अकीदत को चोट पहुंची है और दोनों ही धर्म के लोगों ने इस कार्रवाई से नाराजगी जाहिर की है. हालांकि, इस मामले में अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.