महिला आयोग की अध्यक्ष ने जिला कारागार पहुँचकर जाना महिला कैदियों का हाल, व्यवस्था देख कर हुई खुश

Spread the love

सुमित चौधरी की ओर से समस्त क्षेत्रवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं

प्रधान कोमल देवी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भैयादूज की हार्दिक शुभकामनाएं

K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

श्री बालाजी पेट्रोल पंप की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है

युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

यशपाल नेगी व खेमलता नेगी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने अपने हरिद्वार दौरे के दौरान जिला कारागार रोशनाबाद, हरिद्वार का निरीक्षण किया तथा उन्होंने वहाँ महिला कैदियों को मिलने वाली व्यवस्थाओं/सुविधाओं का जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान आयोग अध्यक्ष महिला कैदियों की समस्याओं के बारे में रूबरू हुई। कारागार में उन्होंने महिला कैदियों को दी जा रही मूलभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्या ने बताया गया कि कारागार के महिला बैरक में वर्तमान में 73 महिला कैदी रह रही हैं। आयोग की अध्यक्ष ने महिला कैदियों को खाने-पीने के लिए दिया जाने वाला भोजन, चिकित्सकीय उपचार व अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान महिला कैदियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनका यहां आने का केवल एक ही उद्देश्य है कि वे महिला कैदियों की समस्याओं से रूबरू हो सकें व उनकी समस्याओं का निवारण करा सकें। यदि किसी भी महिला कैदी को यहां रहने में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना करना पड़ रहा हो, तो वे बेझिझक उन्हें बता सकती हैं।

उन्होंने इस अवसर पर कैदी महिलाओं को स्वरोजगार से जोडने का कार्य के लिए निर्देशित किया है ताकि जेल से बाहर आकर महिलायें अपना स्वरोजगार कर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकें। उन्होंने कहा कि इसके लिए जेल में महिलाओं के लिए रोजगार परक प्रशिक्षण तथा उन्हें व्यवसाय के उद्देश्य से कच्चा सामन दिया जाए ताकि महिला कैदी द्वारा बने सामान को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ कर बाजार तक पंहुचाया जाए। साथ ही उन्होंने महिला कैदियों के 6 वर्ष से कम के बच्चों को जेल में ही उचित शिक्षा व उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा की कैदियों को जो व्यवस्थायें दी रही है उन व्यवस्थाओ से संतुष्ट है तथा प्रशासन पूरी मेहनत से अपना कार्य कर रहा है।निरीक्षण दौरान जेल वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सहित जेल के प्रशासनिक अधिकारी आदि मौजूद रहे।

41 Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *