कांग्रेस नेता और पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी का निधन, प्रदेश में झुकाया गया झंडा

Spread the love

सुमित चौधरी की ओर से समस्त क्षेत्रवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं

प्रधान कोमल देवी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भैयादूज की हार्दिक शुभकामनाएं

K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

श्री बालाजी पेट्रोल पंप की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है

युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

यशपाल नेगी व खेमलता नेगी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

देहरादून; कांग्रेस नेता और पूर्व राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी का निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनकी उम्र 83 साल थी। बताया जा रहा है कि उनकी तबीयत खराब चल रही थी। भोपाल के प्राइवेट अस्पताल में उन्होंने शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे अंतिम सांस ली। वह मध्य प्रदेश में विधायक, सांसद, तीन राज्यों उत्तराखंड, मिजोरम और उत्तर प्रदेश के गवर्नर रहे। डॉ० अजीज कुरैशी के आकस्मिक निधन पर आज दिनांक 01.03.2024 को उनके सम्मान में पूरे प्रदेश में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।

बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। पिछले कुछ दिनों से वह अपोलो अस्पताल में भर्ती थे, वहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना मिलते ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपोलो अस्पताल पहुंचे और उनके शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।
24 अप्रैल 1941 को भोपाल में जन्मे अजीज कुरैशी मिजोरम, उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहे थे। वह 2015 में कुछ महीनों के लिए मिजोरम के 15वें राज्यपाल नियुक्त किए गए थे।

इससे पहले उन्होंने 2012 से 2015 तक उत्तराखंड के राज्यपाल का दायित्व संभाला। इसी दौरान वर्ष 2014 में एक महीने के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश के राज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार) भी दिया गया था। उन्हें वर्ष 2020 में मध्य प्रदेश की तत्कालीन कमल नाथ सरकार द्वारा मप्र उर्दू अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उन्होंने 1973 में मध्य प्रदेश में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया था। बाद में वह 1984 से 1989 तक सतना निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य भी रहे।

50 Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *