शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है

अमर रेस्टोरेंट की ओर सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

न्यू Era एकेडमी में एडमिशन हेतु जल्दी संपर्क करें

मोहित अग्रवाल की ओर से सभी प्रदेशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

आशा नौटियाल की ओर सभी प्रदेशवासियों को होली एवं नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं

यमुना एसोसिएट की ओर से सभी को होली व ईद की हार्दिक शुभकामनाएं

संजय कुमार, पूर्व जिला पंचायत सदस्य की ओर से सभी देश व प्रदेशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

पार्षद अभिषेक पंत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को होली व नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं

जिला अध्यक्ष मीता सिंह की ओर से सभी प्रदेशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

सुमित चौधरी नगर पंचायत अध्यक्ष सेलाकुई की और से सभी नगर एवं प्रदेशवासियों को होली नवरात्रि व बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं

सामाजिक कार्यकर्ता, सतपाल सिंह बुटोला की ओर के सभी क्षेतवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

पार्षद, संजय सिंघल की ओर से सभी प्रदेशवासियों को होली एवं बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं

पार्षद, जाहिद अंसारी की ओर से सभी क्षेत्र वासियों को ईद_उल_ फितर बहुत-बहुत मुबारक

जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने हल्द्वानी पुलिस एक्शन की कड़े शब्दों में निंदा की है। जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हल्द्वानी में जो कुछ हुआ वह बहुत दुखद है। जमीयत का एक प्रतिनिधिमंडल प्रभावित क्षेत्रों का हाल जानने के लिए हल्द्वानी के दौरे पर गया था, उसने जो रिपोर्ट दी है वह बहुत दुखद है। उन्होंने कहा कि यह बात सामने आ गई है कि पुलिस प्रशासन की भूमिका बेहद खराब रही है।
आरोप लगाया कि अब पुलिस क्रूरता और हिंसा की सारी हदें पार करते हुए लोगों को गिरफ्तार कर रही है। जबरन घरों में घुसकर पुरुषों और महिलाओं की पिटाई कर रही है। कोई भी न्यायपूर्ण समाज इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता। जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हल्द्वानी प्रकरण के संबंध में हमने उत्तराखंड के डीजीपी को पत्र लिखा है। हमने उत्तराखंड के डीजीपी से मांग की है कि वह इस मामले में ध्यान दें और पुलिस द्वारा निर्दोष नागरिकों पर किए जा रहे अत्याचार को रोके।
गिरफ्तारियों के सिलसिले को भी तुरंत रोका जाना चाहिए और पूरे घटना की निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन ने अगर ईमानदारी से मामले को सुलझाने का प्रयास किया होता तो शायद इस घटना को रोका जा सकता था। पुलिस ने शक्ति प्रदर्शन को प्राथमिकता दी। इसके चलते स्थिति बिगड़ गई और पांच निर्दोष लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा।