श्री बालाजी पेट्रोल पंप की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है
केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के सभी देव तुल्य जनता का मुझ पर विश्वास जताने के लिए कोटि-कोटि आभार
स्मार्ट हार्डवेयर व पेंट स्टोर आपका स्वागत करता है..हमारे पास सभी प्रकार का कंप्यूटरवॉइस पेंट उपलब्ध है...
समीर खान की ओर से सभी प्रदेश व क्षेत्रवासियों को नववर्ष एवं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
आशा नौटियाल की ओर से सभी क्षेत्र एवं प्रदेशवासियों को नववर्ष एवं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
माला गुरुंग की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष व गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मोहित बिष्ट की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष व गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
कोमल देवी की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष व गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
सुमित चौधरी की ओर सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष व गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
सामाजिक कार्यकर्ता सतपाल सिंह बुटोला की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
नीरू देवी, प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
यामिनी, नगर पालिका अध्यक्ष डोईवाला आम आदमी पार्टी की ओर से सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
अमर रेस्टोरेंट की ओर सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। आज यानी सोमवार को उनकी ईडी की हिरासत की अवधि समाप्त हुई। इसके बाद उनकी राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी हुई जहां ईडी ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की।
ईडी की इस मांग को अदालत ने स्वीकार कर लिया और 15 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुना दिया। अब अरविंद केजरीवाल को 15 अप्रैल तक तिहाड़ जेल में रहना पड़ेगा। इसी के साथ इस सवाल ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है कि क्या अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली की सरकार अब तिहाड़ जेल के अंदर से ही चलाएंगे या फिर राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाएगा।
अब दिल्ली में सरकार को लेकर 3 विकल्प नजर आ रहे हैं। पहला यह कि वह तिहाड़ जेल के अंदर से ही सरकार चलाएं। दूसरा कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। इसके अलावा उनके पास तीसरा ऑप्शन यह है कि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दें, उनका पूरा मंत्रिमंडल भी इस्तीफा दे और उनकी पार्टी सहानुभूति वोट पाकर दिल्ली की सरकार का नियंत्रण हासिल करने की कोशिश करे।
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना पहले ही साफ कर चुके हैं कि सरकार जेल से नहीं चल सकती है। उन्होंने जब यह बात कही थी तब केजरीवाल ईडी की हिरासत में थे। अब केजरीवाल को जेल भेजे जाने के बाद उनका ये बयान फिर चर्चा में आ गया है। बता दें कि संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो जेल से सरकार चलाने की मंजूरी देता हो। लेकिन, ऐसा भी कोई प्रावधान नहीं है कि जेल जाने पर सीएम को इस्तीफा ही देना पड़े।
केजरीवाल के जेल जाने के बाद दिल्ली में शासन की जिम्मेदारी एलजी सक्सेना पर आ गई है। हालांकि, वह दिल्ली सरकार को बर्खास्त नहीं कर सकते क्योंकि विधानसभा में बहुमत आप के पास है। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकारी कामकाज के लिए एलजी नए नेता को नामित करने का प्रस्ताव पेश कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है और आप किसी नए नेता का नाम रखती है तो केजरीवाल को सीएम पद से इस्तीफा देना होगा।