सुमित चौधरी की ओर से समस्त क्षेत्रवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं
प्रधान कोमल देवी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भैयादूज की हार्दिक शुभकामनाएं
K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
श्री बालाजी पेट्रोल पंप की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है
युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
यशपाल नेगी व खेमलता नेगी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
लंबे समय से चली आ रही अधिवक्ताओं की चैंबर निर्माण की मांग पर कैबिनेट में अंतिम मुहर लगने के बाद ही अब इस पर कार्रवाई शुरू हो गई । न्याय विभाग द्वारा अधिवक्ताओं के चैम्बर निर्माण हेतु जो भूमि बार एसोसिएशन देहरादून को दी गई थी उसका आज ज़िला जज प्रदीप पंत व बार एसोसिएशन देहरादून अध्यक्ष द्वारा Lease Deed निस्पादित हो गई है।
धामी कैबिनेट ने अधिवक्ताओं के चेंबरों के लिए पुरानी जेल में पांच बीघा जमीन को लीज पर दिए जाने का निर्णय लिया था। यह लीज 30 साल के लिए एक रुपये प्रतिवर्ष के हिसाब से होगी। कैबिनेट के इस फैसले पर बार एसोसिशन ने भी आभार व्यक्त किया। जिसके बाद अब बार एसोसिएशन ने इस पर काम शुरू कर दिया है।
बार एसोसिएशन देहरादून सचिव राजबीर सिंह बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि न्याय विभाग द्वारा अधिवक्ताओं के चैम्बर निर्माण हेतु जो भूमि बार एसोसिएशन देहरादून को दी गई थी उसका माननीय ज़िला जज प्रदीप पंत व बार एसोसिएशन देहरादून अध्यक्ष द्वारा Lease Deed निस्पादित हो गई है।जल्द ही बार एसोसिएशन देहरादून अपने अधिवक्ताओं के लिए राज्य सरकार के सहयोग से चैम्बरों का निर्माण शुरू करवायेगी। ताकी बार एसोसिएशन देहरादून के सभी सम्मानित अधिवक्ताओं को अपना चैम्बर मिल सके।
गौरतलब है कि अधिवक्ता बीते करीब 15 साल से पुरानी जेल परिसर में चेंबरों के निर्माण के लिए भूमि की मांग कर रहे थे। नया न्यायालय परिसर भी इसी पुरानी जेल परिसर में ही बन रहा है। कई बार इस जमीन में से पांच बीघा जमीन को अधिवक्ताओं के पक्ष में करने पर सहमति बनी मगर अंतिम निर्णय नहीं हो सका था। पिछले साल सरकार ने इस जमीन बार एसोसिएशन के पक्ष में करने का फैसला लिया था। इस प्रस्ताव को भी बुधवार को कैबिनेट की बैठक में रखा गया था।