शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है

अमर रेस्टोरेंट की ओर सभी क्षेत्रवासियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

न्यू Era एकेडमी में एडमिशन हेतु जल्दी संपर्क करें

मोहित अग्रवाल की ओर से सभी प्रदेशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

आशा नौटियाल की ओर सभी प्रदेशवासियों को होली एवं नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं

यमुना एसोसिएट की ओर से सभी को होली व ईद की हार्दिक शुभकामनाएं

संजय कुमार, पूर्व जिला पंचायत सदस्य की ओर से सभी देश व प्रदेशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

पार्षद अभिषेक पंत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को होली व नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं

जिला अध्यक्ष मीता सिंह की ओर से सभी प्रदेशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

सुमित चौधरी नगर पंचायत अध्यक्ष सेलाकुई की और से सभी नगर एवं प्रदेशवासियों को होली नवरात्रि व बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं

सामाजिक कार्यकर्ता, सतपाल सिंह बुटोला की ओर के सभी क्षेतवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

पार्षद, संजय सिंघल की ओर से सभी प्रदेशवासियों को होली एवं बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं

पार्षद, जाहिद अंसारी की ओर से सभी क्षेत्र वासियों को ईद_उल_ फितर बहुत-बहुत मुबारक

जनपद शामली जलालाबाददशहरा मैदान में श्री रामलीला ट्रस्ट द्वारा रावण के पुतले के दहन का आयोजन किया गया। इस वर्ष चालीस फुट ऊंचाई का रावण व लंका का पुतला स्थापित किया गया।
दोपहर बाद राम श्री रामलीला ट्रस्ट से लाला बृजमोहन सिंघल, पप्पू सैनी,रामलीला कमेटी से सुनहरा कोरी, जनेश्वर सैनी, निर्देशक राजकुमार रूहेला, देवराज जुनेजा ने राम-रावण युद्ध के आयोजन का शुभारंभ कराया। घंटो तक दशहरा मैदान में राम- रावण व उनकी सेनाओं के बीच युद्ध चलता रहा।
दशहरा मैदान में दोनों के बीच रोमांचक युद्ध को देखने के लिए कस्बे व आसपास गांव के ग्रामीण हजारों की संख्या में युद्ध के दृश्य को देखते रहे। विभीषण ने अंत में श्री राम को बताया कि रावण की नाभि में तीर मारने से इसका अंत हो सकेगा। सूर्यास्त होने से पूर्व श्री राम ने रावण के पुतले में तीर मारा, रावण का पुतला धूं-धूं जल उठा, साथ में लंका दहन हो गई।
पटाखों की आवाज से दशहरा मैदान गूंज उठा। असत्य पर सत्य की जीत को देखने के लिए हजारों की भीड़ उपस्थित रही। दशहरा मैदान श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। अंत में रावण की बांस की अस्थियों को ले जाने के लिए दर्शकों के बीच रस्सा कशी युद्ध चलता रहा।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण किया। बता दें कि रावण की बांस की अस्थियां घर में पूरे वर्ष रखना शुभ माना जाता है। इसलिए प्रतिवर्ष यह परंपरा, यहां पर आयोजित होती है। पंचवटी में बैठी सीता को लेने के लिए श्री राम-लक्ष्मण-हनुमान पहुंचे। यहां पर आरती उतार कर कार्यक्रम का समापन किया गया। चौदस तक श्री दुर्गा देवी मंदिर कमेटी द्वारा प्रतिवर्ष की तरह मेला आयोजित कराया जा रहा है।