उत्तराखंडः सीनियर IFS अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज, युवती से छेड़छाड़ सहित लगे गंभीर आरोप

Spread the love

सुमित चौधरी की ओर से समस्त क्षेत्रवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं

प्रधान कोमल देवी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भैयादूज की हार्दिक शुभकामनाएं

K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

श्री बालाजी पेट्रोल पंप की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है

युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

यशपाल नेगी व खेमलता नेगी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

अधीनस्थ महिला कर्मचारी से छेड़खानी के आरोप में वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं उनकी जगह मुख्य वन संरक्षक डॉ पराग मधुकर धकाते को अहम जिम्मेदारी मिली है। सदस्य सचिव, उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, देहरादून काअतिरिक्त प्रभार मिला है। डॉ धकाते वन पंचायत एवं सामुदायिक वानिकी की जिम्मेदारी पूर्व की तरह संभालते रहेंगे।

बता दें कि जूनियर रिसर्च फेलोशिप रही इस महिला के आरोपों के बाद पटनायक को पिछले दिनों प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सदस्य सचिव के पद से हटा दिया गया था। घटना कार्यालय में हुई थी तो इसमें पहले विशाखा कमेटी के तहत जांच की गई थी।एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मुकदमा राजपुर थाने में दर्ज किया गया है। पीड़िता का आरोप था कि पटनायक के पिता का देहांत हो गया था। इस पर वह गत 24 जनवरी को उनके कार्यालय में उन्हें ढांढस बंधाने गई थीं। आरोप है कि इस दौरान पटनायक उनसे अश्लील हरकतें करने लगे। महिला कर्मचारी उस वक्त दफ्तर से बाहर आ गई।

महिला के अनुसार इसके बाद पटनायक ने व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर माफी मांगी। अगले 12 मिनट के भीतर उन्हें तीन मैसेज भेजे गए। जिन्हें बाद में डिलीट कर दिया गया। लेकिन, उन्होंने इन मैसेज को रिकवर कर लिया। ये मैसेज बहुत ज्यादा अश्लील थे। लेकिन, बाद में पटनायक को जब यह बात पता चली तो उन्होंने अगले दिन महिला पर समझौते का दबाव बनाया। धन देने का भी प्रस्ताव भेजा गया।
यही नहीं बोर्ड के एक अधिकारी को भी महिला के पास भेजकर उन्हें समझौते के लिए कहा गया। महिला ने इस बातचीत की रिकॉर्डिंग कर ली।

पटनायक के किसी भी झांसे में पीड़िता नहीं आई। पीड़िता दबाव में नहीं आई तो बोर्ड कार्यालय में भी जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद सरकार ने आरोपी सुशांत पटनायक को पद से हटा दिया। अब महिला की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
60 Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *