किन्नर मैडम रजनी रावत ने गुंडों से अपने ही समाज के किन्नर पर कराया हमला! शून्य कार्यवाही

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देहरादून में बैंक कॉलोनी, दून एंक्लेव पित्थूवाला के पास एक किन्नर को बेहरमी से पीटने का मामला सामने आया है।  आरोप है कि रजनी रावत के भेजे गए किन्नरो समेत करीब 25 लोगो ने  निशा पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया है। मामले में पुलिस द्वारा कार्यवाही न करने के आरोप है। तो वहीं  घटना से किन्नरों में आक्रोश है। पीड़ित ने सीएम धामी को पत्र लिख मामले में कार्रवाई की मांग की है। तो वहीं मामले में किन्नर समाज ने बोला अगर कार्यवाही नहीं होती तो वह थाने पर ही धरना देंगे।

पीडित ने अपने पत्र में लिखा है कि दिनांक 13 अप्रैल 2024 को सुबह 8:30 बजे मैं एक जजमान के घर स्टेट बैंक कॉलोनी स्थित दून एनक्लेव पित्थूवाला, खुशी के मौके पर बधाई लेने पहुंची थी। मैं जजमान के घर से निकलने ही वाली थी कि वहां रजनी रावत के तीन चेले आ गए, आते ही उन लोगों ने मेरे साथ लड़ाई झगड़ा शुरू कर दिया, यह सब देख जजमान ने उन्हें अपने घर से बाहर जाने को कहा। उसके बाद वह तीनों लोग और उनके साथ आये ड्राइवर और ढोलक वाले मुझे घसीटते हुए बाहर लेकर आए। मैं कुछ समझ ही नहीं पा रही थी कि वहां इतने में कई सारे ऑटो व गाड़ियां आने लगी, सभी गाड़ियों में रजनी रावत के गुट के लोग एवं लड़के, गुंडे बाउंसर आदि बैठे थे। मुझे जबरन गाड़ी में बैठाया गया और इधर-उधर घूमाने लगे। इसके बाद पूरी कहानी का मास्टरमाइंड रजनी रावत का फोन उसके गुट के लोगों को आया और रजनी रावत ने उन्हें आदेश दिया कि किसी भी सुनसान जगह पर निशा के हाथ पैर तोड़कर उसे फेंक दिया जाए। इसके पश्चात इस गिरोह के लोग मुझे चाय बागान में ले गए।

मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती की कितनी बेरहमी से रजनी रावत गुट के कई सारे किन्नरों एवं लड़कों ने मुझे गाड़ी में से घसीट कर निकाला, और मेरे गुप्तांग पर लाते मारनी शुरू कर दी। जो भी उन लोगों के हाथ में आ रहा था डंडे, रोड इत्यादि वह हर शस्त्र से मुझ पर प्रहार कर रहे थे। काफी देर तक यह गिरोह मेरे साथ ऐसे ही मारपीट करता रहा और मैं चीखती-चिल्लाती रही, उन लोगों से रहम की भीख मांगती रही पर उन्होंने मेरी एक न सुनी और मुझे बुरी तरह से पीटते रहे। इन गुंडे मवालियों ने जबरन मेरे बाल भी काट दिए।

कुछ देर बाद यही गुट द्वारा मुझे बसंत विहार थाना ले जाया गया, जहां पर पुलिस वालों ने आईएसबीटी चौकी का मामला बता मुझे वहां ले जाने को कहा। इसके बाद यह लोग मुझे आईएसबीटी चौकी में ले गए। इस वक्त मेरा हौसला और उम्मीद बिल्कुल टूट गई थी क्योंकि इसी बसंत विहार थाने को हाई कोर्ट से मुझे सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया गया है, हाई कोर्ट की सुरक्षा होने के बावजूद भी मुझे इस हालत में देखकर पुलिस प्रशासन द्वारा कुछ नहीं किया गया, तथा आईएसबीटी चौकी से किसी कांस्टेबल को बुलाकर अपराधी गुट के साथ मुझे आईएसबीटी चौकी में भेज दिया गया। इस सब घटना के दौरान मुझे निरंतर डराया धमकाया जा रहा था और जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। जब आईएसबीटी चौकी पहुंचे, तो मुझे लगा कि पुलिसकर्मी मुझे शायद मेडिकल के लिए भेजेंगे और मेरा उपचार करवाने के लिए भी सहयोग करेंगे परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ। काफी देर तक मुझे वहां भी बैठ कर रखा गया। मास्टरमाइंड रजनी रावत आईएसबीटी चौकी में पहुंचा और मुझे बोला की अभी तो यही हाल किया है इससे आगे अपना अंजाम देख लेना।

मेरा मनोबल पूरा टूट चुका था क्योंकि पुलिस चौकी में इस तरह की घटनाएं मेरे साथ हो रही थी। रजनी रावत गुट के सभी लोग आईएसबीटी पुलिस चौकी में व उसके आसपास मौजूद थे। रजनी रावत व उसके गुट द्वारा मुझसे लिखित रूप में कुछ लिया गया और जबरदस्ती मेरे हस्ताक्षर /अंगूठा लगवाया गया। जिसके पश्चात मुझे मलूकचंद आने को कहा, तथा मीना नामक किन्नर को मेरे साथ गाड़ी में बिठाया गया और कहा गया की इसकी वेशभूषा सही करवा इसको मेरे पास लेकर आओ। अपने घर सीमाद्वार शास्त्री नगर आने के पश्चात एक आखिरी उम्मीद लेकर मैंने हिम्मत की और जैसे तैसे करके मैं अपने घर से निकली और दून अस्पताल मेडिकल करवाने पहुंची।

मुझे बार-बार मेरा घर छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। अतः मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन करती हूं कि लोकतंत्र और संविधान को मद्देनजर रखते हुए, मुझे न्याय दिलवाया जाए एवं मेरे मुजरिमों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। पिछले कई सालों से रजनी रावत मेरे साथ इस तरह की वारदात को अंजाम देता रहा है, और हर बार पुलिस उसके खिलाफ कोई भी कार्यवाही करने में असमर्थ रही है।

मैं आखिरी विनती के साथ आशा करती हूं कि जल्द से जल्द रजनी रावत एवं उसके गिरोह के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही कर उन्हें दंडित किया जाएगा। साथ ही साथ इस बात पर भी कार्यवाही की जाए की रजनी रावत द्वारा नेपाल से कई लोगों को बुलाया जा रहा है, यह लोग अवैध वसूली के साथ-साथ मेरे साथ की गई जैसी वारदातों को भी अंजाम देने में नहीं डरते हैं। कृपा करके मेरी जान-माल के सुरक्षा का ध्यान रखा जाए।

वहीं किन्नर समुदाय ने रजनी रावत पर गुंडों द्वारा मारपीट करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि रजनी रावत द्वारा किन्नरो को अपने क्षेत्र से भगाने के लिए हमला करवाया गया। पहले भी रजनी रावत द्वारा अपने ही समाज पर हमला करवाया गया था। उन्होंने कहा कि हमें भी देश में खानेकमाने का हक है। “हम यह शहर छोड़ कर नहीं जाएंगे” यही रहेंगे।

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