देहरादूनः विभिन्न स्वयं सेवी एवं छात्र संगठन ने लिया पर्यावरणीय खतरों के निवारण के लिए प्रण

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सुमित चौधरी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य की ओर से सभी प्रदेशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं

माला गुरुंग, प्रधान कारबारी की ओर से सभी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं

रिहाना खातून, जिला पंचायत सदस्य और शहबान अली प्रधान पति की ओर से सभी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं

विजयपाल सिंह बर्तवाल, वरिष्ठ कार्यकर्ता भाजपा की ओर से सभी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं

देहरादून और खलंगा पर मंडरा रहे तत्कालिक पर्यावरणीय खतरों के निवारण के लिए विभिन्न स्वयं सेवी संगठन एवं छात्र संगठन एकजुट हो गए है। उनके द्वारा एक संयुक्त आह्वान किया गया। जिसके लिए आज जनसभा विचार-गोष्ठी एवं जनगीत का आयोजन किया गया।

जनसभा का संचालन एस एफ आई के प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेठा द्वारा किया गया। जनसभा की रूपरेखा सिटीजन्स फॉर ग्रीन दून के संयोजक हिमांशु अरोड़ा द्वारा रखी गयी, उन्होंने कहा की अभी तक खलंगा के जंगलों को बचाने के लिए सरकार द्वारा लिखित आश्वाशन नहीं दिया गया है। देहरादून में विभिन्न परियोजनाओं में खलंगा के अलावा  भी  विभिन्न जंगलों  में हज़ारों पेड़ों का कटना प्रस्तावित।

खलंगा के जंगलों को बचाने का संघर्ष देहरादून में अन्य जगहों पर होने वाले जल-जंगल-ज़मीन के दोहन एवं कटान को रोकने के लिए प्रेरणा बनेगा। सभा में एस. एफ. आई के राज्य सचिव हिमांशु चौहान एवं वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोचन भट्ट द्वारा जनगीत “साथी  जल  जंगल  ज़मीन  का बचना  बहुत  जरूरी  है” सभी को साथ लेकर गाया गया। सभा  में खलंगा  के स्थानीय  निवासी इन्द्रेश नौटियाल द्वारा देहरादून की 12 नदियों की कहानी  सुनाई  गयी जिसमें से 2  नदियाँ रिस्पना और बिंदाल बिल्कुल मृत हो चुकी हैँ।

प्राउड पहाड़ी सोसाइटी के गौरव द्वारा हर हाल में खलंगा वन को बचाने का प्रण लिया गया। एथलीट ज्योत्सना रावत द्वारा देहरादून की विशिष्ट पहचान उसकी हरियाली और शुद्ध वातावरण को पुनर्स्थापित करने की बात की गयी और अमेरिका जर्मनी आदि देशों का अंधानुसरण ना करने की बात की। डी ए वी की पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सोनाली ने कहा कि हमें पहाड़ों में महिलाएं जंगल  से जीवन  का निर्वहन  करती हैँ, जंगलों  को बचाना  पूरे  पहाड़ की जीवन-संस्कृति  को बचाने  लिए  अत्यंत जरूरी  है.

कार्यक्रम का समापन  विजय  भट्ट  और  हरीश तिवारी द्वारा किया गया। विजय भट्ट द्वारा  कहा  गया  की देहरादून में  कई  जगहों  के नाम  पेड़ों और  पानी पर पड़े  हैँ। पेड़ों और  पानी को बचाना  देहरादून  की अस्मिता को बचाना  है  तथा  हर  दूनवासी का कर्तव्य है. कार्यक्रम में एस एफ आई, प्राउड पहाड़ी, दून पीपल प्रोग्रेसिव क्लब, एस डी सी फाउंडेशन, सिटीजन्स फॉर ग्रीन दून, श्रद्धांजलि आदि कई संगठनों एवं देहरादून के सैकड़ो आम नागरिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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