उत्तराखंड में हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश ने संभाला कार्यभार

Spread the love

सुमित चौधरी की ओर से समस्त क्षेत्रवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं

प्रधान कोमल देवी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भैयादूज की हार्दिक शुभकामनाएं

K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

K.J ज्वैलर्स की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

श्री बालाजी पेट्रोल पंप की ओर से सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं

शादी विवाह,पार्टी, जन्मदिन समारोह व किसी भी प्रकार के प्रोग्राम के लिए चौधरी फॉर्म हाउस आपका स्वागत करता है

युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

यशपाल नेगी व खेमलता नेगी की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवा रावत की ओर से सभी प्रदेशवासियों को उत्तराखंड स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

नैनीताल। उत्तराखण्ड हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश ने फुल कोर्ट रैफरेंस के साथ ही सोमवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इस मौके पर रजिस्ट्रार जनरल ने प्रोसिडिंग शुरू करने की अनुमती मांगी और महाधिवक्ता के साथ उच्च न्यायालय बार के अध्यक्ष ने उनका स्वागत किया। वरिष्ठ न्यायमूर्ति मंनोज तिवारी ने न्यायालय में मौजूद सभी लोगों का स्वागत किया।
नैनीताल स्थित उच्च न्यायालय में आज हरियाणा उच्च न्यायालय से ट्रांसफर होकर पहुंची महिला मुख्य न्यायाधीश ऋतु बाहरी ने मुख्य न्यायाधीश के पद पर कार्यभार संभाल लिया है। 1962 में हरियाणा में जन्मी ऋतु की पारिवारिक पृष्ठभूमि अधिवक्ता परिवार से रही है। चंडीगढ़ से शिक्षा ग्रहण कर उन्होंने वकालत की और वहीं उच्च न्यायालय में प्रेक्टिस शुरू कर दी। ऋतु, हरियाणा हाईकोर्ट की महाधिवक्ता और फिर 16 अगस्त 2010 को वहीं न्यायाधीश बनी। पिछले वर्ष वह मुख्य न्यायाधीश के रूप में एलिवेट हुई थी। ऋतु ने देहरादून में राज्यपाल के सम्मुख पद और गोपनीयता की शपथ ली। उन्होंने आज अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह खुले दिमाग से काम करेंगी और इस न्यायालय के युवा अधिवक्ताओं को नए सुझावों के साथ आमंत्रित कर उसपर विचार करेंगी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि विषम पहाड़ी क्षेत्रों में जरूरतमंदों को आसान न्याय देने के लिए तरीकों पर विचार किये जा रहे हैं।
उच्च न्यायालय बार के अध्यक्ष डी.सी.एस.रावत ने उन्हें कहा कि राज्य में महिला शक्तिकरण का दौर है। राज्य में पहली महिला मुख्य सचिव के साथ जिलाधिकारी भी महिला हैं। अब मुख्य न्यायाधीश भी महिला होने से यह शक्ति और भी बढ़ गई है। महाधिवक्ता एस.एन.बाबुलकर ने भी मुख्य न्यायाधीश का स्वागत किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। डायस पर वरिष्ठ न्यायाधीश मंनोज कुमार तिवाड़ी, न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी, न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा, न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल, न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित और न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा के साथ रजिस्ट्रार जनरल आशीष नैथानी व अन्य मौजूद रहे। इस मौके पर पूर्व न्यायाधीश यू.सी.ध्यानी, आलोक सिंह, बी.एस.वर्मा, राजेश टंडन, सी.एस.सी.चंद्रशेखर सिंह रावत, वरिष्ठ न्यायाधीश अवतार सिंह रावत, देवेंद्र पाटनी, मो.सय्यद मून, गौरव अधिकारी, विनय कुमार समेत डी.आई.जी.योगेंद्र सिंह रावत, जिलाधिकारी वंदना सिंह, एस.एस.पी.प्रह्लाद सिंह मीणा, एस.डी.एम.प्रमोद कुमार आदि उपस्थित रहे।

59 Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *